Life's biggest hardest thing is making self happiness...
I feel personal way without and with worries...
When body has not in position to move on legs, used cycle...
When better wealth than refused cycle and using scooter or car...
When more wealth of parents finding than used aro plane and made videshGAMAN (British country visit)... Than came back to India...
Than reality faced as non earning source of Life...
Again put body on legs and cycle for body's wealth..
But But But...
The the cold and coughing problem covered all the world from... Vuhan China means from or at 30.5928° N, 114.3055° E
See the attached things with 1920 bird flue and conjectivities along with non sickness of animals and birds...
Exact, in November 2019, Rajasthan, had more than 50000 yayavar birds died... at near lack...
So many dove and peagon died frontline based of eyes.. due to mobile waves or else reason...
But STILL after all, India find the better vaccine of the world's positive Corona for making its effect negative ...
Still I am negetive and learn to say NO for those positive Corona of our own planetary sun which spreading lights and moving in galaxy...
If the sun's Corona not saved by the any one of century based viruses than why should I worry for not earning part as and if the all are in routine cycle based form...
Once came.. absolutely once again will be appearing as different modification...
I am JIGAR GAURANGBHAI MEHRA
NOW I AM JIGAR JAIGISHYA
I am Happy
I am better
I am Fine...
एक बार सुना था भट्टार्क से भट्टारक शब्द।
लेकिन समाज मे समझ की बात है तबतक अटक में भट्ट, सुभट्ट, भट्टाचार्य, बुद्धाभट्टी, ब्रह्मभट्ट, भाटी, भाटिया, ओर भी बहुत होगी।
भट्ट क्या है? What is BHATT?
एकाक्षर कोष ओर अग्निपुराण के तहत
भ यानी
स्वरुपस्य परम धिष्ण्याः सत्व गुण व्योमित दृश्यम।
ट्ट यानी
ट यानी रजस का एक गुण स्वरूप तत्व। जो बीज स्वरूप है। उससे जुड़े हुआ दूसरा ट स्वरूप, जिससे फलन हो सकता है।
लेकिन आजकल लेस्बियन, होमो सेक्सुअल के बारेमे भी मेडिकल रस्ते में जानकारी में है। जिससे बहुत कुछ हो गया है दुनिया मे। मतलब बर्ड फ्लू से कोविद 19 नवल कोरोना जो SARS ग्रुप के तहत फैला है।
मूसा की वार्तामे बाइबल में यहोवाजी हर के युगल के प्रथम बच्चे के हनन की बात कह चुके है।
चलो दूसरी बात सही तोर पर सोचते है।
भट्ट एक अटक है। ब्राह्मण में आती है। जिससे बहुत अलग से शब्द जुड़ने से कई अटकें बनी। वास्तव में भट्ट यानी वेद पढ़ा हुआ ब्राह्मण।
सुभट्ट यानी 20 या 25 सैनिकों का वड़ा या मुखिया। जो पुराने जमाने मे राजा थे उनके सिपेहसालार का उपनाम था। जिसे लोग पुराने राज्य के हिसाबसे गुर्जर, मालवा, अवंति, उज्जैनी, स्तम्भन तीर्थ, सौराष्ट्र के नामसे जानते है।
भट्टाचार्य यानी जो सुभट्ट है, उनको फरमान करके गाइड लाइन देने वाले, की जिससे किसीको घेरा जा सके।
ब्रह्मभट्ट यानी यज्ञ के आचार्य जिसे होता भी कहते है। वैदिक यज्ञ में बहुत पुरानी परंपरा है। जो ओड़न ओर ब्रह्मोदन सूक्त को ठीकसे कह ओर पहचान सके।
भाटी समाज मे कपड़ो यानी क्लॉथ के साथ जुड़े है। जो रंग से कपड़े को खिलाते है।
(भाटी अथवा भट्टी भारत और पाकिस्तान के जाट[2], गुर्जर[3] और राजपूत कबीले हैं।[4] भाटी राजपूत (जिसे बरगला भी कहा जाता है) चंद्रवंशी मूल के होने का दावा करते हैं। 12 वीं सदी में भाटी राजवंश ने जैसलमेर पर शासन किया। यह विकिपीडिया से जानकर अच्छा लगा।)
भाटिया मूल रूप से पंजाब, जैसलमेर और काठियावाड़ में रहने वाली जाति है। इनका मुख्य पेशा क्षात्र संबंधित हुआ करता था और वह क्षत्रिय वर्ग से जुड़े हैं । पंजाब के लाहौर जिले और मुल्तान जिले में भी इनकी पर्याप्त आबादी थी। भाटिया के दो मुख्य समूह है:- पंजाबी और भट्टी । इनकी मातृभाषा कच्छी और पंजाबी है। (यह विकिपीडिया से जानकर अच्छा लगा।)
Bhatiya railway station is located on the Western Railway Okha – Ahmedabad Segment. It is 70 km from Okha, 96 km from Jamnagar. अच्छा जानकारी। छीछीछी यानी पूर्ण रूप से स्वच्छ इच्छा वाला छंद।
There are some odd but true stories are there which are probably it's hidden ways but truth flame is unique...
I believe that after some time that all, MEANS whatever you have knowledge would be helpful, but if it is after some time, is not good, henceforth some other are taken chance to giving someone new Life... But if used on Time factor, Both will survive on earth...
Jay Gurudev Dattatreya
JAY HIND
JIGAR JAIGISHYA
હું તો સૂરજમુખી નું એક નાનકડું ફૂલ
મને સૂરજ થવાના બહુ કૉડ...
નભ ની વિશાળતામાં મારી સામે જ
ઉગ્યો છે એક છોડ ...હો હો હો હો....
જય ગુરુદેવ દત્તાત્રેય
જય હિન્દ
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