पघ या पघड़ी या पाघडी
जो माथे पर बांधते है।
इस्लाम, पारसी ओर कुछ अरबी ओर अफगानी लोग के अलावा राजस्थानी, काठियावाड़ी, पंजाबी, राजपूत लोग लम्बे कपड़े से पाघडी बांधते है।
क्या मतलब है पगड़ी का?
सिर सलामत सब सलामत। यूं ही नही कहा।
कई बातों में से मुख्य बात है राजस्थान और काठियावाड़ में पानी की। कुए मेसे पानी पीने का एक तरीका।
जितनी लम्बी पाघडी, कितना भी गहरा कुआ क्यो न हो, पानी पीने में आसानी।
छोटी टोपी की अंदरूनी भात या डिज़ाइन की बात अलग है। लेकिन कहि कहि पर पाघडी को इज्जत के साथ जुड़ा कहा है। लेकिन मुख्य मुद्दा पानी पीने का ही था।
जय गुरुदेव दत्तात्रेय
जय हिन्द
जिगर जैगीष्य
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