Saturday, March 20, 2021

चन्द्र की पृथ्वी तरफ की एकहि सतह ओर धब्बे

चन्द्र की पृथ्वी तरफ की एकहि सतह ओर धब्बे

हमने ब्रह्मांडदेखा।
हमने कई ग्रह भी देखे।
न देख पाए चन्द्र जैसी सहनशक्ति।
कहि पर भी गोल धब्बे नही दिखे सिवाय चन्द्र के।
सवाल था मन मे तो पुरानी बात याद की, जो पढ़ाई थी।

चन्द्र 384400 km पृथ्वी से दूर है। फिरभी गोल ओर काले सफेद धब्बे अपनी आंख से देख सकते है।

चन्द्र पृथ्वी का उप ग्रह है।
उसे पृथ्वी को सम्भालना है।
कोई भी शक्ति पृथ्वीसे टकराये,
उससे पहले चन्द्र से ही टकराएगी।
चन्द्र का शायद इसी वजह से ध्रुव होगा या नही यह कहना मेरे लिए मुश्किल है।
लेकिन भारत की चंद्र यान नाकामयाब रहा उसमे यही ध्रुवीय विभाग का हिस्सा है। यह तय है।
भमरडा यानी इंग्लिश शब्द TOP घूमता है तो ही उसका ध्रुव तय होता होगा।

आपको चन्द्र जैसे गोल धब्बे शायद गुरु परही मिल सकते है , आज यह देखभी लिया।

गुरुको भूख लगे तो वह अपने जुड़े चन्द्र कोभी खाजाता है, पढाया था। जान कर देख भी लिया कि गुरु और शनि के कई चन्द्र अस्तित्व में आये हुए है। ओर गुरुत्वाकर्षण से निश्चित मात्रा से दुर दूर रहकर घूम रहे है। लेकिन गुरु अपनेचन्द्रोंको अभी शायद ही हानि पहुचाता है।

पृथ्वी का चन्द्र कोईभी आपदा से पृथ्वीको बचाता है। क्योकि वह घूमता नही हैकिसीभी वजह से वह अटका है।

पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षणसे 6 गुना कम अपना गुरुत्वाकर्षण रख कर।

उल्का पिंडकी बारिश, शक्ति स्त्रोत का स्ट्रोक, कुछ भी हो वह अपने शरीर पर निग्रह कर पृथ्वी को सुरक्षितकरता है। सूर्य की कई ज्वाला को वह सहन कर चुका है।

तभी आज चन्द्र पर कई गोल धब्बे दिखते है।

ओर जो सीरियस अ ओर सीरियस ब जैसे एकदूसरे में यिंनयेंग की तरह रहते हैं। जैसे वसिष्ठ ओर अरुंधति है , वैसे न रह कर अभी चन्द्र ने अपनी स्थिर सतह पृथ्वी समक्ष रख कर बिना घूमे गति जारी रखी है।

दो ग्रह भमरडे की तरह घूमेंगे तो टकराव की गुंजाइश रहते ब्लेक होल की भी सम्भावनारहती है।

इससे विज्ञान और खास कर नासा हैरान है।

चन्द्र घूमता क्यों नही? हमे उसकी एक ही सतह क्यों दिखती है????

इसी लिए चन्द्र खुद गोल न घूमते हुए पृथ्वी के इर्द गिर्द घूमकर हम सबको कॉस्मिक बातोंसे बचाता है।



आज चीन ने उसकी पिछली सतहको जानने के लियेप्रयास किया है। बल्कि जाना हुआ है जैसे हमे गोल धब्बे दिखते है वैसे पीछेकी तरफ कम धब्बे है।
लिंक देखे

https://www.aajtak.in/trending/photo/chang-e-5-of-china-on-moon-surface-sent-lunar-surface-samples-tstg-1171754-2020-12-04-1

જે ચિત્રો નીચેની લિંક મા આપેલ છે તે હમણાં ના મતલબ ડિસેમ્બર 2020 ના છે અને તેમાં ઘણી વાતોનો ઉલ્લેખપણ કરેલ છે... માહિતી અંગ્રેજી મા છે પણ સમજી શકાય એવા ચિત્રો છે.

लिंक में दिए गए उल्लेख से ज्यादा मालूमात होगी। इसे पढ़े। अंग्रेजी है लेकिन समझ मे आयेऐसे चित्र है।

https://cseligman.com/text/moons/earthmoonpix.htm

बात निकलेगी तो फिर दूर तलक़जाएगी
उम्मीदों का सहारा बंधे वह जमीनभी मुस्कुराएगी।

ब्रह्मांड ओर कॉस्मोलॉजी विशिष्ट है। सिर्फ वेदों को पढेंगे तो भी समझ आ जायेगा।

जय गुरुदेव दत्तात्रेय

जय हिंद

जिगरम जैगीष्य


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